वाराणसी। शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, डॉ रमेश पोखरियाल निशंक न गुरुवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में नवनिर्मित शिक्षक आवास संकुल का ऑनलाइन उद्घाटन किया। यह शिक्षक आवास, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से निर्मित हुए हैं। नई दिल्ली से ऑनलाइन लिंक के माध्यम से उद्घाटन करते हुए शिक्षा मंत्री ने प्रसन्नता जाहिर की और कहा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय विकास के मार्ग पर अग्रसर है और निरन्तर नयी उपलब्धियों को प्राप्त कर रहा है। उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा कि इन उपलब्धियों में प्रमुख हैं शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, द्वारा विश्वविद्यालय को इन्स्टीट्यूट ऑफ एमिनेन्स का दर्जा मिलना और चिकित्सा विज्ञान संस्थान को एम्स स्तर का संस्थान बनाया जाना। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर व उनकी टीम महामना के आदर्शों पर चलते हुए उनके सपने को साकार कर रही है और विश्वविद्यालय को नित नए शिखर पर ले जा रही है। उन्होंने कहा कि टैलेंट को विकसित कर विस्तार देने में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बड़ी भूमिका निभा रहा है और ये विश्वविद्यालय नए भारत के निर्माण की नींव रखने में सक्रियता से काम कर रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अध्यापकों के लिए आवास निर्माण का जो कार्य काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने किया है वह अत्यंत सराहनीय है। भारत सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 भारतीय तो है ही अंतरराष्ट्रीय भी है, ये नीति प्रभावशाली भी है और संवादपूर्ण व समावेशी भी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति अतीत को वर्तमान से जोड़कर भविष्य में जाने का मार्ग है। उन्होंने कहा कि मालवीय जी ने विश्वविद्यालय स्थापना का उद्देश्य विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण को बताया था। शिक्षा मंत्री ने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना कर महामना ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महान कार्य किया और हम चाहते हैं कि यह विश्वविद्यालय शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में विश्व स्तर पर नाम रौशन करे। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का लक्ष्य है कि भारत विश्वगुरू का अपना दर्जा अर्जित कर पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करे। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कंप्यूटर सेन्टर में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर ने बताया कि 57.25 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार इस शिक्षक आवास संकुल में 200 फ्लैट्स हैं। उन्होंने कहा कि इन आवासों के तैयार होने से शिक्षकों को स्वच्छ, स्वस्थ और शांत परिवेश में रहने की व्यवस्था प्रदान की गई है। प्रोफेसर वीके शुक्ला ने बताया कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने वाराणसी के 100 गांवों को गोद लिया है और 20 गावों में विश्वविद्यालय ने काफी काम किया है। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी ने किया। उद्घाटन कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद् के सदस्य प्रो. आनंद मोहन, आवास आवंटन समिति के अध्यक्ष प्रो. वी. पी. सिंह, कम्प्यूटर केन्द्र के समन्वयक प्रो. विवेक सिंह एवं केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग व विश्वविद्यालय निर्माण विभाग के अधिकारीगण भी उपस्थित रहें। इस उद्घाटित आवासीय संकुल में दो ब्लॉक हैं। प्रत्येक ब्लॉक में 100 फ्लैट हैं। हर फ्लैट में दो बेडरूम, एक हॉल, मॉड्यूलर किचन और दो टॉयलेट हैं। इन फ्लैट्स का निर्माण केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया गया है। इनका निर्माण कार्य नवंबर 2018 में शुरू हुआ था और इस वर्ष तीन महीने के लॉकडाउन के बावजूद ये 20 माह के रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हो गए हैं।