वाराणसी। देर रात सड़क पर सुरक्षा व्यवस्था और पुलिसिंग का जायज़ा लेने निकले एसएसपी ने करौंदी इलाके में एक मोटरसाइकिल सवार को रोका तो उसने खुद को बिजली विभाग का एम्प्लाई बताया पर आईकार्ड नहीं दिखा पाया। इस पर एसएसपी ने सख्ती दिखाई तो उसने इलाके की बिजली गुल करवा के प्रूफ किया कि वह बिजली विभाग में है। इस बात का संज्ञान में लेते हुए एसएसपी ने बिजली विभाग के अधिकारियों से शिकायत की थी जिसके आधार पर बिजली विभाग के दो संविदा कर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। इसमें वह कर्मचारी भी है जिसने उक्त व्यक्ति के फोन करने पर लाइट काटी और लाग बुक में उसे दर्ज नहीं किया। इस सम्बन्ध में जानकारी के अनुसार करौंदी इलाके में एसएसपी रात्रि भ्रमण कर रहे थे उसी समय एक व्यक्ति बाइक से आता दिखा। उसे रोककर जब पूछा गया तो उसने अपना नाम संजय बताया और खुद को बिजली विभाग में कार्यरत बताया। एसएसपी ने जब पहचान के लिए आईकार्ड माँगा तो संजय ने आईकार्ड न होने की बात बताई और उपकेंद्र पर तैनात रालकहान को फोन कर रात 2 बजकर 13 मिनट से 2 बजकर 17 मिनट तक लाइट कटवा दी। इस बात को उपकेंद्र में बैठे रामलखन ने उसे लागबुक में भी दर्ज नहीं किया। एसएसपी अमित पाठक ने इस बारे में बिजली विभाग के अधिकारियों से शिकायत कि थी। इस सम्बन्ध में अधिशासी अभियंता चतुर्थ चंद्रेश उपाध्याय ने बताया कि एसएसपी ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी, जिसपर दोनों कर्मचारियों के खिलाफ लंका थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गयी है।
इसके अलावा बिजली विभाग ने सख्त आदेश पारित किया है कि यदि आज के बाद विद्युत आपूर्ति रोकी गयी और उसे लॉग बुक में नहीं चढ़ाया गया तो उक्त कर्मचारी की सेवा समाप्त कर दी जायेगी।
हा हा हा, सब पॉवर का खेल है।