वाराणसी। बीएचयू कोविड अस्पताल से एक मरीज़ के कूदकर आत्महत्या करने और एक व्यक्ति के पहले गायब होने और फिर उसकी डेड बॉडी अस्पताल में ही मिलने पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बीएचयू कुलपति को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में दोनों प्रकरणों के सम्बन्ध में एक उच्च स्तरीय समिति बनाकर जांच कराने हेतु अनुरोध किया गया है। इसमें किस स्तर से लापरवाही हुई है इसपर जांच कर कार्रवाई करने के लिए लिखा गया है। इसके अलावा बीते दिनों शवों की अदला बदली में जांच समिति ने विश्वविद्यालय प्रशासन को रिपोर्ट दी है उसमें दोषी कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई की गई उसके बारे में भी रिपोर्ट जिलाधिकारी ने मांगी है। जिलाधिकारी ने इसके अलावा 11 अगस्त 2020 की सुरेश खन्ना मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए पूछा है कि क्या बैठक में हुए निर्णय के अनुसार सभी वार्ड में सीसीटीवी कैमरा लगाकर एकीकृत कंट्रोल रूम संचालित हो गया है अथवा नहीं। यदि वार्ड में सीसीटीवी की निगरानी 24 घंटे हो रही होती तो संभवतः ये दोनों घटनाएं रोकी जा सकती थीं।
जिलाधिकारी ने कुलपति से इस सम्बन्ध में पूछा है कि कंट्रोल रूम को जिला कमांड सेन्टर से भी जोड़ा जाना था जो अभी तक पूर्ण नही हो पाया है। यह कार्य नही हुआ हो तो दो दिन के भीतर पूर्ण करायें ताकि सभी वार्ड और कैंपस की 24 घंटे दोनों कंट्रोल रूम से निगरानी हो सके।