वाराणसी। वैश्विक महामारी करोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में तमाम वैज्ञानिकों से लेकर के आम लोग इससे बचने के रास्ते ढूंढते नजर आ रहे हैं। ऐसे में मार्केट में एक ऐसा सैनिटाइजर आया है जिसे गले में लगाकर रखने से कोरोना संक्रमण के खतरे से काफी हद तक बचा जा सकता है। बाजारों में इसकी डिमांड तेज भी हो गई है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सैनिटाइजर बेचने वालों से अपील की है कि बढ़ती मांग के चलते इसकी ब्लैक मार्केटिंग बिलकुल न की जाए।
इस नये सैनिटाइजर को बेचने वाले छोटा मॉल के ओनर ने बताया कि यह मार्केट में पहले भी था मगर इसकी कीमत उस वक्त ज्यादा थी पर अब इसे काफी सस्ता कर दिया गया है, जिसके बाद इसी मांग और बढ़ गई है। वहीं कोरोना से बचाने में यह कितना कारगर साबित हो रहा इसे लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है। दुकान पर इस सैनिटाइजर को बेचने वाले भी यही कह रहे कि कंपनी का दावा है कि 30 दिन तक यह सैनिटाइजर कोरोना से बचाने में काम करता है। वहीं जिलाधिकारी ने इस संबंध में कहा कि इस सैनिटाइजर को बनाने वली कंपनियों का यह क्लेम है कि यह सैनिटाइजर व्यक्ति के आसपास एक क्यूबिक मीटर का ऐसा दायरा करता है जिससे कोरोना इंट्री नहीं कर पाता। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है इसका पता लगाना थोड़ा मुश्किल है। जिलाधिकारी ने कहा कि इसकी डिमांड तेजी से बढ़ रही है, जिसे देखते हुए उन्होंने कहा कि लोग इसे इसकी एमआरपी प्राइस पर ही खरीदें। कोई भी दवा व्यवसायी या दुकानदार इसे एमआरपी प्राइस से ज्यादा दाम में न बेचे। कोरोना काल मे जब लोगों को ऐसी चीजों की आवश्यक्ता है तो किसी भी नागरिक का शोषण न हो और स्वार्थ की वजह से इसकी ब्लैक मार्केटिंग न करें हो सके तो एमआरपी से थोड़े कम दाम में लोगों को इसे उपलब्ध कराये।