जी हां, वाराणसी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक द्वारा चलाई जा रही पिछले 150 दिनों से अधिक की सेवा और शिक्षा से प्रेरित होकर बच्चों ने नई शुरुआत कर दी है।
5 से लेकर 15 तारीख तक चलने वाली पर्सनालिटी डेवलपमेंट और स्ट्रेस मैनेजमेंट की 10 दिवसीय वर्कशॉप मे अनेकों शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, छोटे बच्चों, शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे युवा वर्ग, और उससे भी अधिक सेवानिवृत्त वरिष्ठ लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। डॉक्टर सत्य प्रकाश, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक के पद पर कार्य करते हुए, विश्व की नई आवश्यकताओं को देखते हुए, और ऑनलाइन शिक्षा की वैश्विक क्षमताओं को ध्यान में रखकर, अपने समाज के बच्चों के लिए, आने वाला 20 साल कैसा होगा, और उसके लिए हमारे बच्चों को कितना तैयार रहना होगा, इसकी जानकारी अपनी कार्यशाला और अपने मोटिवेशनल टॉक के माध्यम से बहुत सारे लोगों को अनवरत दे रहे हैं. कार्यशालाओं के माध्यम से लंबे समय तक समाज के लिए काम करने के लिए, महामारी के समय काल में सामान्य लोग, या विद्यार्थी अपनी शिक्षा, और अपने टैलेंट पर अधिक कार्य कर के नए रोजगार पा सके; तथा अन्य सभी लोगों को अपने व्यक्तिगत जीवन के विकास में, आ रही बाधाओं को खत्म करने के लिए दूरगामी प्रबंध भी किया जा रहा है।वर्कशॉप की क्षमताओं को समझते हुए, तथा उसमें एक्टिव लर्निंग कराने के लिए अब रजिस्ट्रेशन भी किया जा रहा है. डॉक्टर सत्य प्रकाश जी का कहना है कि सतत व्यवहार और कार्य को बनाए रखने के लिए, बच्चों को मोटिवेट और समय-समय पर पुरस्कृत करने के लिए, तथा नए संसाधनों को आत्मसात करने के लिए, सक्षम लोगों द्वारा कराया गया। रजिस्ट्रेशन, अगले 100 लोगों को मुफ्त शिक्षा देने का मार्ग बनेगा. कार्यशाला में उपस्थित हुए, माननीय वी एन सिंह जी, स्वामी नतेशानन्द जी, सेल् एक्सपर्ट राहुल चौधरी, स्टोरी टेल एक्सपर्ट अमित श्रीवास्तव जी, म्यूजिक और स्वास्थ्य गुरु रिधीनद्र नारायण राय जी, छोटे बच्चों के आयु वर्ग मे भारत के कम्युनिकेशन गुरु आदर्श शर्मा जी, योग गुरु रविशंकर मनी जी तथा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं निदेशक डा अजय कुमार रावत जी ने अपनी सहभागिता करके डॉक्टर सत्य प्रकाश जी द्वारा उठाए गए, इन कार्यों को अपना सहयोग दिया, आगे भी इस तरह के कार्य करने में अपनी रुचि व्यक्त की डॉक्टर सत्य प्रकाश जी के शब्दों में, जब तक बच्चे अपने अंदर कुछ भी परिवर्तन लाना ना प्रारंभ कर दे, अपने को व्यक्त करना ना शुरू कर दे, तब तक यह यात्रा शुरू नहीं हो सकती. इस बार भी कार्यशाला में, 20 से अधिक, नए और छोटे बच्चों ने भी अपने को व्यक्त किया।इन बच्चों को, चिन्हित करने के पश्चात, विकास के हॉलिस्टिक डेवलपमेंट को ध्यान में रखकर, वार्षिक रजिस्ट्रेशन भी कराया गया। आने वाली फ्री वर्कशॉप, सितंबर माह में आयोजित की जाएगी ऐसा विचार टैलेंट ग्रुप के द्वारा व्यक्त किया गया.