वाराणसी। काशी के रंगमंच की अपनी एक अलग पहचान है ऐसे में रंगमंच के इतिहास व खास पहलुओं से जल्द ही जनता रुबरू होगी। संस्कार भारती के काशी महानगर काशी महानगर इकाई के और से बनारस का रंगमंच सन 50 से अब तक कार्यक्रम का आयोजन होने वाला है।इकाई के सचिव सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि अपने आप में ये पहला आयोजन होगा जब काशी के रंगमंच के इतिहास को लोग जान पाएंगे। 18 अगस्त से शुरुआत की प्लानिंग है जिसमें अब तक यहां के पुराने रंगकर्मियों से बात की गई है। ये वो लोग है जिन्होंने यहां के रंगमंच को जिया है और इसकी पहचान कायम रखी। सुमित ने बताया कि अभी तक काशी के रंगमंच को लेकर पूरी तरह कोई दस्तावेज नहीं बन पाए हैं ।इस आनलाइन आयोजन में जब ये रंगकर्मी सालों पुराने रंगमंच का इतिहास बताएंगे तो वह रिकॉर्ड किया जाएगा। ऐसे में जो छात्र काशी के रंगमंच पर शोध कर रहे हो या करना चाहते हैं उनके लिए यह बहुत उपयोगी साबित होगा। अभी सात दिन के आयोजन की तैयारी है जिसमें काशी से नाटय गुरु नीलकमल चटर्जी, डा.कुंवर जी अग्रवाल, डा.रतिशंकर त्रिपाठी,सहित आठ लोगों से बात हो चुकी है।काशी महानगर इकाई के फेसबुक पर नादाभ का सीधा प्रसारण शाम छह बजे से होगा।