वाराणसी। विश्वकर्मा पूजा 17 सितम्बर के अवसर पर इस बार अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा ने हाथ में काली पट्टी बांधकर अपने इष्ट देव की पूजा करने का ऐलान किया है। अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा ने यह निर्णय सरकार द्वारा इस दिन सार्वजनिक छुट्टी निरस्त करने के खिलाफ लिया है। महासभा के महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के लोगों की पहचान 17 सितम्बर से है। सरकार ने देव शिल्प न मान कर इन्हें महापुरुष के रूप की संज्ञा में रख कर सार्वजनिक अवकाश निरस्त किया है। इससे समाज के लोगों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से देव शिल्प की पूजा में विश्वास रखने वाले कारखानों, प्रतिष्ठानों के शिल्प कर्मियों में भी असन्तोष है।