लखनऊ।
नगर निकाय चुनाव के दावेदारों को चुनाव का अभी और इंतजार करना होगा।निर्वाचन आयोग के 14 दिसंबर के बाद चुनाव का ऐलान करने की उम्मीद है।पहले यह उम्मीद थी कि तीन सीटों पर उपचुनाव की मतगणना के अगले दिन 9 दिसंबर को चुनाव का ऐलान हो सकता है,लेकिन अब ऐसा नहीं होगा,क्योंकि नगर निकाय चुनाव का आरक्षण काफी देरी से जारी किया गया है।जिससे चुनाव का ऐलान भी देरी से होगा।
13 और 14 दिसंबर को शुरू होगा आपत्तियों का निस्तारण
उत्तर प्रदेश की 17 नगर निगम के मेयर 199 नगर पालिका और 544 नगर पंचायत के अध्यक्ष चेयरमैन का आरक्षण 5 दिसंबर को जारी किया गया था।आरक्षण की आपत्तियों को 12 दिसंबर की शाम तक शासन ने मांगा है। 12 दिसंबर को आरक्षण की आपत्ति आने के बाद 13 और 14 दिसंबर को आपत्तियों का निस्तारण होगा। जिससे नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना 14 दिसंबर के बाद ही लगने की उम्मीद है। इससे चुनाव दिसंबर के अंतिम सप्ताह से 15 जनवरी तक संपन्न होने की उम्मीद है।बता दें कि इस दौरान कड़ाके की ठंड और कोहरा होता है।मतदाताओं को कड़ाके की ठंड और कोहरे के बीच मतदान करना होगा।नगर निकाय चुनाव का कार्यकाल अधिकांश निकाय में 5 जनवरी और कुछ में 8 जनवरी तक है।
27 अक्टूबर को हुआ था चुनाव का ऐलान
2017 में निर्वाचन आयोग ने नगर निकाय चुनाव का ऐलान 27 अक्टूबर को कर दिया था।नवंबर में मतदान के बाद दिसंबर के पहले सप्ताह में मतगणना हो गई थी,लेकिन इस बार अधिसूचना नहीं जारी हुई है। चुनाव लगातर आगे बढ़ता जा रहा है।जिससे चुनाव भी देरी से होगा।
उपचुनाव की मतगणना 8 दिसंबर को
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा,रामपुर शहर और मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट के उपचुनाव का मतदान पाच दिसंबर को हो गया है।आठ दिसंबर को मतगणना होगी।तीनों उपचुनाव के परिणाम पर सबकी निगाह लगी है।आठ दिसंबर ही गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी मतगणना होगी।
हमारे संवाददाता रमेश श्रीवास्तव